त्रिफला चूर्ण के फायदे – त्रिफला चूर्ण सेवन करने के ये 10 फायदे

हमारे आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण के फायदे बहुत ही विस्तार पूर्वक बताया गया है, आयुर्वेद के अनुसार त्रिफला हमारे शरीर और स्वस्थ्य के लिए सबसे अच्छा साथी माना जाता है |

जिसका सेवन करने से हमारे शरीर की सारी बिमारियों और परेशानी से छुटकारा मिल सकता है | यह त्रिफला चूर्ण हमें अनगिनत बीमारियों से बचाने की छमता रखता है |

हमारे सामान्य जीवन में आजकल के खाने – पीने से हमारे शरीर में कई सारी बिमारियों का राज हो गया है, जैसे – कैंसर, डायबिटीज, एसिडिटी, हेयर Loss, Skin  Edging प्रॉब्लम, सुगर, गैस, कब्ज, बवासीर जैसी और कई अनगिनत बीमारियां है, जो त्रिफला चूर्ण के सेवन से आसानी से दूर किए जा सकते है |

इसलिए हमें त्रिफला चूर्ण का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए आप अपनी अनुकूलता के हिसाब से भी इसका सेवन कर सकते है | 

त्रिफला चूर्ण का फायदा बहुत है यह हमारे आयुर्वेद में बताया गया है, और अगर ये Blog Post अच्छा लग रहा है, तो शेयर जरूर करे ताकि ये Information सभी लोगो तक पहुंचे | नीचे हम त्रिफला चूर्ण का फायदा और हमको किस प्रकार से हो सकता है |

अगर आप भी ऊपर बताई हुई किसी भी समस्या से जूझ रहे हो तो आप बिलकुल सही Blog Post पर है, नीचे की ओर त्रिफला चूर्ण का फायदा, त्रिफला चूर्ण क्या है, त्रिफला चूर्ण का सेवन कब और कैसे करना चाहिए | 

त्रिफला चूर्ण के फायदे

त्रिफला का चूर्ण किन बीमारियों में है फायदेमंद, त्रिफला चूर्ण खाने से आपको कौन कौन से इंग्रीडिएंट प्राप्त होते है इन सरे विषयो पर चर्चा किया गया है | 

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इस पोस्ट को लिखने में बहुत रिसर्च और मेहनत लगा है, अगर आपको यह Post अच्छा लगा और आपको लगता है की ये जानकारी दुसरो के भी काम आ सकती है तो आप हमारे इस Post को अपने रिलेटिव के पास Share करे | 

त्रिफला चूर्ण क्या है ? What is Trifala churna in Hindi 

हमारे भारतीय आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण का उल्लेख बहुत बार किया गया है साथ ही साथ त्रिफला चूर्ण के कई सारे अनगिनत फायदों के बारे में विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है, यह हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है | 

त्रिफला चूर्ण मुख्य रूप से तीन फलो के मिश्रण से बनता है, जिसमे हरड़, बहेड़ा, और आवला तीनो को मिलाकर बनाया जाता है |  इसको बनाने का सही अनुपात कुछ इस प्रकार है –

  • हरड़   Haritaki   – 10 ग्राम 
  • बहेड़ा  Bibhitaki  – 20 ग्राम 
  • आवला Amla   – 30 ग्राम 

इसमें आवला मुख्य रूप से शामिल होने की वजह से इसमें आवला के सारे गुण होते है | 

यह हमारे शरीर के लिए बहुत अच्छा हर्ब कॉम्बिनेशन माना जाता है, जो की हमारे शरीर के लिए बहुत अत्यधिक लाभकारी है | हरड़ (Haritaki), बहेड़ा(Bibhitaki), और आमला तीनो को साथ में लेने से बहुत अच्छे रिजल्ट मिलते है | 

साथ ही यह आयुर्वेद की एक ऐसी औषधि है, जिसके सेवन से आपको इसकी लत नहीं लगाती हम इसे जब चाहे सेवन कर सकते है, और जब चाहे इसका सेवन बंद कर सकते है | 

Note :- कुछ महत्वपूर्ण बाते त्रिफला चूर्ण के बारे में | Some Important Fact About Trifala Churna In Hindi

  • यदि हम चाहें तो दिन या फिर रात में इसका सेवन 1 चम्मच से 1 1/2  चम्मच का सेवन कर सकते है, या फिर आप अपने शरीर की अनुकूलता के हिसाब से इसका सेवन कर सकते है|
  • त्रिफला चूर्ण का सेवन रात को करने पर यह रेचक का कार्य करता है, मतलब ये हमारे पेट को साफ करने में सहायता करता है | जिससे की कब्ज जैसी समस्या भी बहुत जल्द ठीक हो जाती है| 
  • त्रिफला चूर्ण को दिन के Time पे लेने से यह रसायन का कार्य करता है, मतलब त्रिफला चूर्ण में जितने भी इंग्रीडिएंट या मिनिरल होते है | वो सारी चीजे हमें त्रिफला चूर्ण का दिन में सेवन करने से प्राप्त होती है, जो की हमारे शरीर के लिए अच्छा माना जाता है, जो हमारे शरीर को रोगमुक्त करने में सहायक है | 
  • त्रिफला चूर्ण का सेवन करने पर आपको 1 घंटे तक किसी और चीज का सेवन नहीं करना है|

त्रिफला चूर्ण किस – किस समस्याओं में है ? लाभकारी | त्रिफला चूर्ण के कुछ महत्वपूर्ण फायदे जो आपको जरूर जानना चाहिए | Some Important  Facts About Trifala Churna Like Trifala Churan Advantages you should know In Hindi

आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण को बहुत ही लाभकारी बताया गया है, जिसके प्रतिदिन नियमिन सेवन से हम हमारी शरीर के कई सारी बिमारिओ से छुटकारा दिलाने में कारगर माना गया है | 

त्रिफला चूर्ण के सेवन से किसी भी प्रकार का साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है, बस कुछ बिन्दुओ का जरूर ध्यान रखे जो हमने आपको ऊपर के सेक्शन में बताया है | 

त्रिफला चूर्ण के फायदे बहुत है, कुछ लाभ हमने आपको नीचे बताया है, यदि आपको भी नीचे दी गई समस्या है तो त्रिफला चूर्ण आपके लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है |  

किस – किस बिमारिओ समस्याओं में लाभकारी है त्रिफला चूर्ण  

  • पाचन को सुधारना
  • शरीर का वजन – मोटापा नियंत्रित करना
  • आंतरिक शुद्धि करना
  • अनिद्रा से छुटकारा
  • ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में कैसे है ?
  • दातों के लिए भी लाभकारी है, त्रिफला चूर्ण
  • मधुमेह Sugar मे Helpful 
  • Heart Diseas ह्रदय रोग
  • Hair Growth बालो की वृद्धि
  • Cancer
  • Edging Process
  • Piles बवासीर
  • Gas और Acidity
  • Alsar अलसर  

पाचन को सुधारना

त्रिफला चूर्ण हमारे शरीर की पाचन प्रक्रिया को सुधारकर अपच, गैस, और अन्य पाचन संबंधित समस्याओं में लाभकारी हो सकता है। इसका नियमित सेवन करने से आपक पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे की जो कुछ हम खाते है उसे हमारा पाचन तंत्र अच्छे से पचा लेता है, जो हमारे लिए बहुत अच्छी बात है | नीचे और भी फायदे त्रिफला चूर्ण के बताए गए है |

शरीर का वजन – मोटापा नियंत्रित करना

अगर आप मोटापे से परेशान हो तो कही ना कही त्रिफला चूर्ण हमें मोटापे और वजन को कम करने में सहायक है, आपको जानकर आश्चर्य होगा की त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन वजन और मोटापे को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है, जिससे की हमारे शरीर का वजन संतुलित रखता है, जिससे हमको मोटापे का सामना नहीं करना पड़ता माना जाए तो त्रिफला चूर्ण के अत्यधिक फायदे है | 

आंतरिक शुद्धि करना

आंतरिक शुद्धि एक स्वास्थ्य लाभ है जो हमें ताजगी, संतुलन, और सकारात्मक जीवन व्यतित करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है | आंतरिक शुद्धि का सीधा अर्थ है हमारे शरीर और मानसिकता में संतुलन स्थापित करना और नकारात्मक प्रभावों को दूर करना।

त्रिफला चूर्ण एक प्रमुख और प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय है जो आंतरिक शुद्धि को बढ़ावा देता है। इसमें आंवला, हरितकी, और बिभीतकी होते हैं, जो समृद्धि, विषाक्त पदार्थों के निकासन, और अच्छे पाचन के लिए जाने जाते हैं।

त्रिफला चूर्ण के नियमित सेवन से शरीर से अशुद्धियाँ बाहर निकलती हैं, जिससे ताजगी और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। इसका सेवन मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है, क्योंकि यह तनाव को कम करता है और मानसिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। 

इस तरह, त्रिफला चूर्ण आंतरिक शुद्धि का एक प्राकृतिक और अत्यंत लाभकारी है | इसके नियमित उपयोग से हम एक स्वस्थ्य जीवन कि कामना कर सकते है | 

अनिद्रा से छुटकारा

त्रिफला चूर्ण को अनिद्रा का एक अच्छा कारगर उपाय माना जाता है | अनिद्रा आजकल की जीवनशैली का एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसका समाधान खोजना आपके लिए इतना आसान नही होगा | ऐसे में त्रिफला चूर्ण, जिसमें विशेष तत्व होते हैं जो शांति और रात्रि को सुरक्षित बनाए रखने में मदद कर सकता हैं।

त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन करने से नींद में आपको काफी अच्छा फायदा हो सकता है यह मस्तिष्क को शांति प्रदान करने में भी मदद करता है। इसके प्राकृतिक गुण सुनिश्चित करते हैं कि आप अनिद्रा की चपेट में नहीं हैं, जिससे की आपको रात में सोते वक्त गहरी नींद में सो सकते है जो की हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित होता है | नीचे की ओर कुछ और त्रिफला चूर्ण के फायदे बताए गए है | 

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में कैसे है ? सहायक त्रिफला चूर्ण के फायदे | 

त्रिफला चूर्ण से उच्च रक्तचाप | त्रिफला चूर्ण एक प्राकृतिक उपाय है, जिसका सेवन यदि आप नियमित रूप से करते है तो यह हमारे उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। इसमें मौजूद गुणकारी तत्व रक्तचाप को सामान्य करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है। नियमित त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से आप अपने ब्लड प्रेशर को संतुलित रख सकते हैं, जो त्रिफला चूर्ण के सबसे बड़े फायदे में गिना जाता है, जो की आपके स्वस्थ जीवन की कुंजी के रूप में साबित हो सकता है |

दातों के लिए भी लाभकारी है, त्रिफला चूर्ण | 

आयदिन हम हमारे दातों की समस्या से परेशान रहते है, जैसे की – दातों का काला पड़ना, दातों में दर्द और सूजन के साथ – साथ दातों में झिनझिनाहट और भी कई सारी समस्या है, जो हमारे दातों में होती है जिसकी वजह से हम ना तो अच्छे से खाना खा सकते है और ना ही किसी के सामने खुलकर हस और बात कर सकते है, अगर आप भी इन सभी समस्याओं से परेशान हो गए है तो आपको त्रिफला चूर्ण के फायदे के बारे में जान लेना चाहिए जो की ना केवल हमारे पाचन में बल्कि दातों से जुडी समस्या में भी लाभकारी है | नीचे त्रिफला चूर्ण को दातों के लिए कैसे उपयोग में लाना है आपको बताया गया है | 

त्रिफला चूर्ण का उपयोग दातों के लिए 

त्रिफला चूर्ण दातों की बहुत सारी समस्याओं में लाभकारी है, अगर आप भी दातों की समस्या से परेशान है तो आपको त्रिफला चूर्ण को मंजन की तरह उपयोग में ले सकते है, त्रिफला चूर्ण को हाथ पे लेकर Brush की सहायता से दातों को साफ करना है |

आपको यह अपने दिनचर्या में शामिल कर लेना है, इसके निरंतर Use से आप देखेंगे की आपके दातों की समस्या कम होती दिखेगी और आप अगर इसका Use Regular करते है तो आपके दातों में आपको चमक प्रतीत होगा साथ में आप देखेंगे की आपकी दातों की समस्या समाप्त हो चुकी है | 

मधुमेह Diabetes के लिए है Helpful In Hindi 

अगर आप भी मधुमेह (Diabetes) से परेशान है, और आप कोई ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी या समाधान के बारे में Search कर रहे है, तो मै आपको बताना चाहूंगा की त्रिफला चूर्ण ऐसी औषधि है, जिसके अनगिनत फायदों के बारे में आयुर्वेद में बताया गया है |

त्रिफला चूर्ण के उपयोग से हम मधुमेह (Diabetes) जैसी बिमारिओं से आसानी से छुटकारा पा सकते है यह त्रिफला चूर्ण Sugar में भी बहुत लाभकारी बताया गया है | आपको जानकर आश्चर्य होगा की आयुर्वेद मे त्रिफला चूर्ण के अनगिनत फायदे के बारे मे बताया गया है | 

Heart Diseas ह्रदय रोग

आजकल के बाहरी खान – पान की वजह से हमारे शरीर में कई सारी बीमारियाँ पनपने लगाती है, जिसमे से एक Heart Disease  ह्रदय रोग भी है, यदि आप भी इस बीमारी से जूझ रहे है, या फिर इसके Symptoms दिख रहे है तो आपको त्रिफला चूर्ण का सेवन करना चाहिए जिससे की Heart Disease ह्रदय रोग जैसी बीमारी से छुटकारा पा सकते है, इसका निरंतर उपयोग आपको ना केवल Heart Disease ह्रदय रोग से बल्कि और भी कई सारी बिमारिओं से आराम पाने में त्रिफला चूर्ण लाभकारी है |

Hair Growth बालो की वृद्धि

Hair Growth बालो की वृद्धि, बाल हमेशा से हमारे सौंदर्य और व्यक्तिव के लिए महत्वपूर्ण है | ऐसे में हम सभी की यही इच्छा होती है की हमारे बाल भी काले मजबूत और शाइन Shine करने वाले होने चाहिए | 

पर आजकल के खान – पियन और हमारी Busy Life की वजह से हम हमारे बालो पर ध्यान नही दे पाते और फिर हमें Hair Fall या बालो का पतला होना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है |

अगर आपके बाल पतले होते जा रहे है, और निरंतर झड़ रहे है | या फिर बालो का जल्दी पकना जैसी समस्या है तो आपको त्रिफला चूर्ण के फायदे के बारे में जानना चाहिए | 

त्रिफला चूर्ण के सही और निरंतर उपयोग से हम हमारी बालों से जुडी सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते है | और इसके उपयोग से कोई नुकसान भी नही होता यह आयुर्वेदिक संजीवनी है हमारे Hair Growth के लिए | 

कैंसर (Cancer) में आयुर्वेदिक उपचार त्रिफला चूर्ण

कैंसर (Cancer) में आयुर्वेदिक उपचार त्रिफला चूर्ण त्रिफला चूर्ण, जिसे हम प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा का अद्वितीय रत्न कह सकते हैं, कैंसर जैसी बीमारी में भी उपयोगी हो सकता है। इस Post में, हम जानेंगे कैसे त्रिफला चूर्ण आयुर्वेदिक रत्न के रूप में कैंसर के इलाज में लाभकारी साबित हो सकता है। 

त्रिफला चूर्ण का गुण, जो रोगनाशक होते हैं, संवेदनशील रोगी को आराम प्रदान करने में सहायक प्रतीत होते हैं। त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन कैंसर के खिलाफ रोकथाम में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स Antioxident और रसायनिक तत्व रोग की वृद्धि को रोक सकते हैं और रोगी को सुरक्षित रखने लाभकारी साबित हो सकते है |

अनेक अध्ययनों Research में पता चला है की त्रिफला चूर्ण के नियमित सेवन से कैंसर के खिलाफ रोकथाम में सुधार हो सकता है। इसमें मौजूद तत्व रोगी की रोगाणुओं से लड़ने में मदद करने में सक्षम माने गए है | त्रिफला चूर्ण के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक्षमता को बढ़ाया जा सकता है | जिससे रोग से जूझ रहे पीड़ित को रोग को सहन करने की छमता में भी वृद्धि होती है |

Edging Process आयु वृद्धि

त्रिफला चूर्ण एजिंग प्रक्रिया में शानदार फायदे प्रदान कर सकता है। हम जानेंगे कैसे त्रिफला चूर्ण हमारी त्वचा को युवा बनाए रखने में कैसे मदद कर सकता है।यह त्वचा की मोईस्चराइजिंग प्रक्रिया को स्थापित करता है और एजिंग को धीरे-धीरे कम कर सकता है। इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को निखारा और चमकीला बनाए रखने में लाभकारी साबित हो सकता है |

बवासीर Piles में सहायक है त्रिफला चूर्ण 

अगर आप भी बवासीर Piles से अत्यधिक परेशान है और आपको समझ नहीं आ रहा है क्या करना है, तो आपको त्रिफला चूर्ण के नियमित सेवन से पाइल्स के लक्षणों में कमी हो सकती है।

इसमें मौजूद तत्व जलन, खुजली, और सूजन को कम करने में लाभकारी साबित हो सकता है, और राहत प्रदान कर सकता हैं।

त्रिफला चूर्ण को गरम पानी के साथ सेवन करने से पाइल्स के इलाज में फायदेमंद हो सकता है। इसे नियमित रूप से सेवन करने से बवासीर Piles में आराम मिल सकता है।

त्रिफला चूर्ण का सही तरीके से उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें। यदि अधिकतम दिनों तक समस्या बनी रहे, तो तुरंत चिकित्सक Doctor की सलाह ले | 

Gas और Acidity

आप Gas और Acidity जैसी समस्याओं से परेशान है तो आपको त्रिफला चूर्ण का सेवन करके इससे लाभ को खुद देखना चाहिए | इसमें मौजूद तत्व गैस को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे की आप Gas और Acidity जैसी समस्याओं से आसानी से मुक्ति पा सकते है | यह पेट को शांति प्रदान करता है और पाचन सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है | 

त्रिफला चूर्ण की उचित मात्रा 

आपने ऊपर देख ही लिया त्रिफला चूर्ण के फायदे के बारे में हमारे आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण के कई फायदे का वर्णन किया गया है | ऐसे में आपको त्रिफला चूर्ण की सही मात्रा के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए | नीचे त्रिफला चूर्ण की मात्रा के बारे में बताया गया है | 

त्रिफला चूर्ण मुख्य रूप से तीन फलो के मिश्रण से बनता है, जिसमे हरड़, बहेड़ा, और आवला तीनो को मिलाकर बनाया जाता है |  इसको बनाने का सही अनुपात कुछ इस प्रकार है –

  • हरड़   (Haritaki)   – 10 ग्राम 
  • बहेड़ा  (Bibhitaki)  – 20 ग्राम 
  • आवला (Amla)   – 30 ग्राम 

त्रिफला चूर्ण का सेवन कब नहीं करना चाहिए 

वैसे तो त्रिफला चूर्ण का कोई साइड इफ़ेक्ट तो नहीं है, पर हमें कुछ परिस्थिति में त्रिफला चूर्ण का सेवन नहीं करना चाहिए यह हमारे लिए घातक साबित हो सकता है, या फिर आप इसका सेवन Doctor की सलाह से कर सकते है | नीचे की ओर कुछ बिंदु दिए गए है, जब आपको त्रिफला चूर्ण का सेवन नहीं करना चाहिए |  

  • गर्भवती 
  • छोटे बच्चे 

आदि को इसका सेवन नहीं करना चाहिए या सेवन से पहले Doctor की सलाह लेना अनिवार्य है | 

त्रिफला चूर्ण खाने का सही तरीका क्या क्या है ?

त्रिफला चूर्ण को हम दिन और रात दोनो Time पे इसका सेवन कर सकते है, त्रिफला चूर्ण के फायदे इसको सेवन करने के Time समय पर भी निर्भर करता है | जो नीचे आपको बताया गया है की आप दिन में त्रिफला चूर्ण का सेवन कर रहे है तो क्या फायदे होंगे और रात के समय में इसका सेवन करने में क्या फायदे हो सकते है | 

सुबह खाने के फायदे :- 

त्रिफला चूर्ण को सुबह के Time समय सेवन करने से हमारे सरीर को इसमें उपस्थित सारे रसायन प्राप्त होते है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित होते है | 

रात को खाने के फायदे :- 

अगर हम हमारी पेट की समस्या गैस Acidity और पाचन क्रिया कमजोर है, तो इस केस में आप त्रिफला चूर्ण का उपयोग रात के समय करे त्रिफला चूर्ण को रात के समय सेवन करने से हमारा पेट साफ हो जाता है | 

और साथ ही हमारे पेट से सम्बंधित समस्याओं को दूर करने में लाभकारी साबित हो सकता है | 

Note :- 

  • माँस, मदिरा(शराब) का त्याग कर दे | 
  • जो त्रिफला चूर्ण आप उपयोग में ले रहे है ध्यान रखे उसमे गुठली की मात्रा ना हो | 
  • त्रिफला चूर्ण  3 – 4 महीने से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए | 

त्रिफला चूर्ण को कांच की बोतल में रखे जिससे की आपका चूर्ण ख़राब ना हो |

त्रिफला चूर्ण के फायदे

FAQ – त्रिफला चूर्ण के फायदे

Q1.त्रिफला चूर्ण कौन सी बीमारी में काम आता है?

त्रिफला चूर्ण मूत्र-संबंधी सभी विकारों व मधुमेह में बहुत लाभकारी है।

Q2.त्रिफला कितने दिन में असर करता है?

त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है, और आयुर्वेदिक दवाओं का असर होने में 1 हप्ते या कभी-कभी उससे अधिक समय लग सकता है।

Q3.सुबह खाली पेट त्रिफला चूर्ण खाने से क्या होता है?

सुबह खाली पेट त्रिफला चूर्ण खाने से पेट से सम्बंधित समस्या जैसे कब्ज, एसिडिटी, गैस, ब्लोटिंग, पेट दर्द और अपच आदि समस्या से छुटकारा मिलता है।

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