इस लेख में हम आपको बालों को सिल्की कैसे बनाये, इसके बारे में बताएंगे। लेकिन इससे पहले आपको कुछ बातें जान लेनी ज़रूरी हैं, जैसे बालों में रूखापन या बाल खराब कैसे होते हैं। यदि आपको यह पता चल जाए कि बालों में रूखापन क्यों आता है और बाल किस कारण खराब होते हैं, तो आप बालों को ठीक और रेशमी बना सकते हैं।
आप अभी सभी चीजों को भूल जाएं और सिर्फ एक बात सोचें कि बाल कैसे बनते हैं और उनकी संरचना कैसी होती है। यह आपको यह समझने में मदद करेगी कि बालों में रूखापन क्यों होता है। तो चलिए शुरू करते हैं।
बाल की संरचना कैसी होती है और यह किन-किन पोषक तत्वों से बनी होती है?
बाल दिखने में तो छोटा और बहुत ही पतला होता है, लेकिन इसकी संरचना बहुत ही जटिल होती है। आसान भाषा में समझें तो बाल मुख्य रूप से तीन भागों से बना होता है: क्यूटिकल, कॉर्टेक्स और मेडुला।
- क्यूटिकल: क्यूटिकल की सतह हाइड्रोफोबिक प्रकृति की होती है, यानी यह पानी से नफरत करती है। यह पानी को अपने ऊपर जमा नहीं होने देता और बालों को चिकना बनाए रखने में मदद करता है। जब क्यूटिकल क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो बाल अपनी चमक खो देते हैं।
- कॉर्टेक्स: यह बालों का 70 प्रतिशत भाग बनाता है और यह केराटिन प्रोटीन से बना होता है। इसलिए प्रोटीन की कमी से भी बाल कमजोर पड़ जाते हैं।
- मेडुला: यह बालों के सबसे अंदर बीच में पाई जाती है। यह मुख्य रूप से लिपिड से मिलकर बनी होती है। वैज्ञानिकों ने अभी तक इसके कार्यों की पूरी तरह से पहचान नहीं की है।
बाल विटामिन ए, सी, डी, और ई, जिंक, बी विटामिन, आयरन, बायोटिन, प्रोटीन और आवश्यक फैटी एसिड से मिलकर बनते हैं। इनकी कमी के कारण बालों की वृद्धि धीमी पड़ जाती है।
बालों में रूखापन क्यों होता है? बालों के कमजोर होने के पीछे क्या कारण हैं?
आपने अभी तक जान लिया है कि बालों की संरचना कैसे होती है और वे किन-किन पोषक तत्वों से मिलकर बने होते हैं। अब आपको यह जानने की आवश्यकता है कि बालों में रूखापन क्यों आता है और बाल कमजोर क्यों होते हैं।
इससे आपको यह भी पता चलेगा कि बालों को सिल्की कैसे बनाया जाए। इससे आपको यह भी पता चलेगा कि आपको अपने बालों को सिल्की और खूबसूरत बनाने के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
बालों में रूखापन या खराब होने के मुख्य रूप से दो कारण होते हैं:-
आंतरिक कारक (Internal Factors)
ऐसे कारण जो आपके शरीर के अंदर होते हैं और बालों के रूखे होने के लिए जिम्मेदार होते हैं, उन्हें आंतरिक कारक कहते हैं।
- पानी की कमी: पानी की कमी बालों के रूखेपन का मुख्य कारण है। यह समस्या महिलाओं में अधिक देखी जाती है।किसी बीमारी, जैसे लूजमोशन या उल्टी, के कारण शरीर में पानी की कमी होने से भी बालों में रूखापन हो सकता है।
- पोषक तत्वों की कमी: यदि आप जो भोजन ग्रहण कर रहे हैं उसमें पोषक तत्वों की कमी हो तो आपके बाल रूखे और कमजोर हो सकते हैं। इसके साथ ही, यदि आप पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ ले रहे हैं, लेकिन उनके अच्छे से पाचन न होने के कारण आपको सही से पोषण नहीं मिलता, तो भी बाल रूखे और कमजोर हो सकते हैं।
Note : बालों को प्रोटीन और विटामिन अच्छी मात्रा में न मिल पाने के कारण वे रूखे और कमजोर हो जाते हैं।
बाह्य कारक (External Factors)
ऐसे कुछ कारक जो शरीर के बाहर होते हैं वे बालों को रूखा और कमजोर बनाते हैं। इन्हें बाह्य कारक कहते हैं।
- वातावरण के द्वारा: कुछ स्थानों का वातावरण बहुत गर्म होता है, जैसे रेगिस्तान या भारत के कुछ ऐसे इलाके जो बहुत गर्म होते हैं। ऐसे वातावरण में नमी भी कम होती है। अधिक गर्मी के कारण बाल रूखे हो जाते हैं और समय बीतने के साथ कमजोर होने लगते हैं।
- खुद के द्वारा: हॉट ड्रायर मशीन, हेयर स्ट्रेटनर मशीन के लगातार उपयोग से बालों के ऊपर की परत, जिसे क्यूटिकल कहते हैं, खराब होने लगती है। जिससे बाल रूखे और कमजोर पड़ जाते हैं।
- केमिकल के द्वारा: आप अपने बालों को कलर करने के लिए मेहंदी लगाते हैं, और अपने बालों को सीधा रखने के लिए जेल का उपयोग करते हैं। इसके अलावा, और कई केमिकल का उपयोग किया जाता है जो धीरे-धीरे बालों को खराब करते हैं, उन्हें रूखे और कमजोर बना देते हैं।
आपने जान लिया है कि बाल कैसे और किन पोषक तत्वों से मिलकर बने होते हैं और बालों में रूखापन और कमजोरी क्यों आती है। अब हम आपको यह बताते हैं कि इसे कैसे ठीक करें। तो चलिए शुरू करते हैं।
आयुर्वेदिक तरीके से बालों को सिल्की कैसे बनाये | घरेलू नुस्खे
आयुर्वेद में कुछ खाद्य पदार्थों को उनके अच्छे गुणों के आधार पर औषधि बताई गई है। आसान भाषा में समझें तो कुछ भी शारीरिक समस्या मुख्य रूप से तीन कारणों से होती है:
- पोषक तत्वों की कमी के कारण
- हानिकारक पदार्थों के शरीर में इकट्ठा होने से
- बैक्टीरिया, वायरस या फंगस द्वारा
यदि इन समस्याओं को ठीक कर दिया जाए तो हमारे शरीर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। जब तीनों में से कोई भी एक वजह आ जाती है तो शरीर रिकवर होना चाहता है।
यदि इस समय हम कुछ परहेज कर लें और पोषक तत्वों से भरपूर पदार्थों के सेवन के साथ ऐसे आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करें जो इन संक्रमण जीवों को मार सकें तो हमारा शरीर ठीक हो जाएगा।
इसीलिए यदि आपको अपने बालों को ठीक और रेशमी बनाना है तो आपको ऐसे औषधियों का सेवन करना पड़ेगा जो इन तीनों गुणों से भरपूर हों। यहां हम आयुर्वेद के अनुसार बताए गए पदार्थों के बारे में बता रहे हैं जिससे आप अपने बालों को सिल्की बना सकते हैं।
1.दही का उपयोग
दही में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन B12, फास्फोरस के अलावा बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। दही में पाया जाने वाला प्रोबायोटिक हेयर फॉलिकल्स को मजबूत बनाने का कार्य करता है। इसके साथ ही यह बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है और पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करता है।
उपयोग का तरीका
एक कप दही लें। आप दही में आंवला को पीसकर मिला सकते हैं। यदि आंवला न हो तो आप इसका पाउडर भी उपयोग में ले सकते हैं। इन दोनों को मिलाकर एक पेस्ट बना लें और इसे अपने बालों में लगाएं। लेकिन ध्यान रखें कि इसे बालों में लगाने से पहले आप बालों को अच्छे से दो बार धो लें।
धोने के लिए आप सिर्फ पीली या काली मिट्टी का उपयोग करें, शैम्पू का उपयोग न करें। बालों को अच्छे से धोने से स्कैल्प की त्वचा में जो छिद्र होते हैं खुल जाते हैं, जिससे इसका असर अच्छे से होता है। जिससे सारे पोषक तत्व जड़ों तक पहुंच सकें।
मेरा व्यक्तिगत मानना है कि आप दही का सेवन करें, जिससे इसके पोषक तत्व आपके शरीर में जाएंगे। कभी-कभी ही दही को बालों में लगाएं, क्योंकि यदि सर पर पोषक तत्व न पहुंच पाएं तो दही लगाने से इसकी कमी पूरी हो सके।
हमने नीचे कुछ योगासन बताए हैं, जिनका उपयोग करने से आपके सर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा हो जाएगा। इससे सारे पोषक तत्व बालों की जड़ों तक आसानी से पहुंच सकेंगे और यह समस्या जड़ से ही खत्म हो जाएगी। जिससे आपके बाल सिल्की और मुलायम रहेंगे।
2.नीम का उपयोग
नीम में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनके कारण नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये गुण बालों को ठीक करने का कार्य करते हैं।
उपयोग का तरीका
नीम की पत्ती लें और उसे बारीक पीस लें। ध्यान रखें कि मिक्सर का उपयोग न करें। अब इस पेस्ट को अपने सिर पर लगाकर रखें। फिर सिर धो लें। इसके उपयोग से सिर में होने वाले फंगस खत्म होने लगते हैं।
3.एलोवेरा का उपयोग
एलोवेरा में बहुत से पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, अमीनो एसिड, विटामिन और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले अमीनो एसिड और प्रोटीयोलिटिक एंजाइम बालों की जड़ों को मजबूत बनाने का काम करते हैं, जिससे बालों का गिरना कम होता है और बालों की लंबाई बढ़ने लगती है।
उपयोग का तरीका
एलोवेरा के पौधे से एक टुकड़ा काटें। अब उसके ऊपर की गहरे हरे रंग की परत को चाकू की मदद से उतारें। ध्यान रहे कि उसके साथ पीले रंग का द्रव्य पदार्थ निकलेगा उसे धोकर साफ कर लें। अब एलोवेरा की जैली को पीस लें और उसमें अरंडी का तेल 1 से 2 चम्मच मिलाएं।
यह आपके बालों को मुलायम बनाने में मदद करेगा। इसे अपने बालों पर लगाएं और रात भर के लिए छोड़ दें। सुबह उठकर काली या पीली मिट्टी से बाल धो लें।
4.तेल का उपयोग
हमारा भारत पूरी दुनिया में ऐसा देश है जहां विभिन्न प्रकार के तेल पाए जाते हैं। ये तेल बालों को शुष्क होने से बचाते हैं और साथ ही साथ पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करते हैं। आप नारियल तेल, आंवला तेल, जैतून का तेल, बादाम का तेल इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं।
उपयोग का तरीका
बालों को पहले साफ कर लें। सोने से पहले तेल को बालों की जड़ों में मालिस करते हुए लगाएं। ध्यान रहे कि मालिश हल्के हाथों से करें और सुबह उठते ही काली मिट्टी या पीली मिट्टी से धो लें। इससे सारी गंदगी बहार निकल जाएगी।
इसके अलावा भी बहुत सी चीजें हैं जिनका उपयोग आप कर सकते हैं, लेकिन इतना ही आपके लिए काफी है। अब आपने आयुर्वेदिक पदार्थों के बारे में तो जान लिया है। अब आपको यह जानना चाहिए कि क्या योग से बालों को सिल्की और मुलायम बनाया जा सकता है। चलिए जानते हैं।
बालों को सिल्की बनाने के लिए करें योग
पोषक तत्वों से भरपूर भोज्य पदार्थों से बालों को सिल्की कैसे बनाये
हमारे बाल कैरोटीन, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से मिलकर बने होते हैं। जब हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है, तो बाल धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं और कुछ समय बाद रूखे, कमजोर और टूटने लगते हैं।
यदि आप पोषक तत्वों से पूर्ण भोज्य पदार्थों का ग्रहण करते हैं, तो ये समस्याएं ठीक हो सकती हैं। कुछ पोषक तत्वों से भरपूर भोज्य पदार्थ नीचे दिए गए हैं:
- हरी सब्जियों का सेवन करें।
- फलों का सेवन करें।
- दूध का सेवन करें।
- अधिक से अधिक पानी का सेवन करें।
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बालों को सिल्की बनाए रखने के लिए कुछ सावधानियां
एक बार आपने ऊपर बताए गए बातों को अपने जीवन में उतार कर बालों को तो ठीक कर लेते हैं, लेकिन फिर से गलती करने पर या बालों का ख्याल न रखने पर बाल रूखे और कमजोर हो सकते हैं। इससे बचने के लिए आपको कुछ सावधानियां रखनी चाहिए जो नीचे दी गई हैं:
- हर दिन बालों में हल्का तेल जरूर लगाएं।
- पानी ज्यादा से ज्यादा पीएं।
- पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करें।
- हॉट ड्रायर मशीन का उपयोग न करें।
- हेयर स्ट्रेटनर मशीन का उपयोग न करें।
- बालों पर किसी भी प्रकार के केमिकल के इस्तेमाल से बचें।
- गर्म पानी का उपयोग बाल धोने के लिए न करें, नॉर्मल पानी से बाल धोएं।
- बहार से आने पर बालों को धोएं।
- ज्यादा कंघी न करें (कंघी हल्के हाथों से करें)।
- बालों में जेल का उपयोग न करें।
- अपने बालों की सफाई करते रहें।
FAQ – बालों को सिल्की कैसे बनाये
Q1.बाल में क्या लगाने से बाल सिल्की होते हैं?
बालों में नारियल तेल, जैतून का तेल या कोई भी प्राकृतिक तेल लगाने से बाल सिल्की होते हैं।
Q2.झाड़ू जैसे बालों को सिल्की कैसे करें?
झाड़ू जैसे बालों को सिल्की बनाने के लिए आपको पोषक तत्वों से भरपूर पदार्थों का सेवन करना चाहिए, बालों में तेल लगाना चाहिए और हानिकारक रसायनों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इससे आप अपने बालों को सिल्की बना सकते हैं।
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