पेनिस की नसों के लिए योग : 9 योग से होगा पेनिस मजबूत

आज से लगभग 20 साल पहले, लिंग से संबंधित समस्याओं का प्रकार था। आपको पेनिस की नसों के लिए योग के बारे में जानने से पहले यह जानना चाहिए कि पेनिस कमजोर क्यों होता है।

पेनिस की नसों का कमजोर होने के कई कारण हैं। पहला मुख्य कारण है मोबाइल फोन और उसमें मिलने वाला डेटा। आज के समय में 5 जी मोबाइलों के आने के कारण यह समस्या और भी बढ़ गई है।

जब हम छोटे उम्र में होते हैं, तो मोबाइल में गलत वीडियो देखने से उत्तेजना पैदा होती है और हस्तमैथुन करने का मन करता है। यह प्रक्रिया लंबे समय तक की जाती है, जिससे धीरे-धीरे आपके पेनिस की नसें और मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं, जिससे शीघ्रपतन की समस्या होती है।

पेनिस की नसों के लिए योग
पेनिस की नसों के लिए योग

इसके अलावा, हमारा खानपान भी बहुत प्रभावित करता है, और आज के जीवन में अधिक चिंतन करने के कारण हार्मोन असंतुलन के कारण भी यह समस्या उत्पन्न होती है।

पेनिस की नसों के लिए योग करने से पहले, आपको यह जानना चाहिए कि नसों में कमजोरी क्यों होती है और इसके क्या कारण होते हैं।

पेनिस की नसों के कमजोर होने के कारण

पेनिस की नसों की कमजोरी एक गंभीर और आम समस्या बन गयी है। यह समस्या 25 वर्ष से ही देखी जाती है। पेनिस की नसों के कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शारीरिक और मानसिक कारण शामिल हैं।

पेनिस की नसों के कमजोर होने के कारण
पेनिस की नसों के कमजोर होने के कारण

इसके साथ ही पोषक तत्वों की कमी के कारण भी पेनिस की नसे कमजोर पड़ जाती हैं। यहाँ नीचे कुछ प्रमुख कारण दिए गये हैं।

  • धूम्रपान: धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, जिससे पेनिस की नसों में कमजोरी हो सकती है।
  • तनाव और चिंता: तनाव और चिंता से हार्मोनल असंतुलन होता है, जो पेनिस की नसों में कमजोरी का कारण बन सकता है।
  • हार्मोनल असंतुलन: हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होने पर पेनिस का विकास नहीं होता और वह कमजोर पड़ सकता है।
  • बचपन की गलतियां: छोटे बच्चे होने पर गलत वीडियो देखकर हस्तमैथुन करने से भी पेनिस की नसें कमजोर पड़ जाती हैं।
  • इन्फेक्शन: इन्फेक्शन फैलने पर फंगस या बैक्टीरिया सारे पोषण को खींच लेते हैं, जिससे पेनिस की नसें कमजोर पड़ सकती हैं।
  • आहार: संतुलित आहार न लेने के कारण पेनिस की नसों में कमजोरी हो सकती है।
  • शराब का अत्यधिक सेवन: शराब का अत्यधिक सेवन रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और यौन क्रिया को बाधित कर सकता है।
  • चोट या सर्जरी: पेनिस की चोट या सर्जरी नसों को नुकसान पहुंचा सकती है और पेनिस की नसों में कमजोरी का कारण बन सकती है।
  • मधुमेह: खून में शुगर का स्तर बढ़ने पर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पेनिस की नसों में कमजोरी हो सकती है।
  • कुछ दवाओं का दुष्प्रभाव: कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव के रूप में पेनिस की नसों में कमजोरी हो सकती है।

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पेनिस की नसों के लिए योग – 3 स्ट्रेचिंग Exercise

जब भी हम योग करते हैं या कोई भी Exercise करते हैं, तो हमारा शरीर इसके अनुकूल नहीं होता है। मांसपेशियां कठोर और ठोस होती हैं और अचानक से योगासन या Exercise करने पर मांसपेशियों में ऐंठन (अकड़न) आ सकती है। इसलिए जरूरी है कि योग और Exercise करने से पहले आप अपने शरीर को गर्म और स्ट्रेच कर लें।

पेनिस की नसों के लिए योग - 3 स्ट्रेचिंग Exercise

इसका फायदा यह है कि स्ट्रेचिंग करने से रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर के सभी भागों में रक्त प्रवाह सुचारू रूप से होता है, जिसके कारण सभी शरीर के भाग अच्छे से काम करते हैं।

शरीर को गर्म और लचीला बनाने के लिए Exercise

जब भी आप तनाव वाले योगाभ्यास और Exercise करें तो उससे पहले आपको स्ट्रेचिंग Exercise जरूर करना चाहिए। यदि आप स्ट्रेचिंग Exercise नहीं करते तो आपको मस्पेसियो में क्रेम्प्स भी आ सकते हैं।

यहाँ स्ट्रेचिंग Exercise दी गई है जिसे योगाभ्यास से पहले कर सकते हैं।

स्ट्रेचिंग Exercise 1

सबसे पहले आपको पूरी बॉडी को स्ट्रेच करना है। ध्यान रहे इसे धीरे-धीरे करें, जल्दबाजी में इसे न करें। शुरुआती दिनों में इसे 5 मिनट करें, धीरे-धीरे इसका समय बढ़ाकर आप 15 मिनट तक भी कर सकते हैं।

स्ट्रेचिंग Exercise करें धीरे धीरे
स्ट्रेचिंग Exercise 1

टारगेट एरिया (प्रभावित अंग) : स्ट्रेच करने पर आपके कोर मांसपेशी, पीठ की मांसपेशी, और रीढ़ की हड्डी अच्छे तरीके से प्रभावित होती हैं। रक्त संचार अच्छा होने से अंग अच्छे से कार्य करते हैं।

लाभ : स्ट्रेच करने से आपके शरीर में लचीलापन बढ़ता है, शरीर की संवेदनशीलता बेहतर होती है, और रक्त प्रवाह अच्छा होता है।

स्ट्रेचिंग Exercise 2

स्ट्रेचिंग Exercise 2 में आपको अपने हाथों को जोड़कर पीछे की ओर मुड़ना है और थोड़ी देर रुकना है। फिर सामने की ओर झुकते हुए अपने हाथों से पैरों को छुएं। इस स्ट्रेचिंग Exercise को आप इच्छानुसार कर सकती हैं।

स्ट्रेचिंग Exercise 1
स्ट्रेचिंग Exercise 1

टारगेट एरिया (प्रभावित अंग) : इस स्ट्रेचिंग Exercise करने से आपके स्पाइन, एब्स और हैम्स में रक्त संचार अच्छा होता है।

सावधानी : ध्यान रहे जितना पीछे झुक सकें उतना ही झुकें। ज्यादा झुकने पर दर्द हो सकता है। इसके साथ ही यदि आप इसे पहली बार कर रही हैं तो शुरुआती दिनों में इसे धीरे-धीरे करें।

लाभ : स्ट्रेच करने से आपके शरीर की रीढ़ की हड्डी के साथ-साथ नसें भी खुलती हैं।

स्ट्रेचिंग Exercise 3

Abductor जो पेनिस को होल्ड करता है उसे स्ट्रेच करने के लिए Abductor स्ट्रेच Exercise करना चाहिए जो काफी फायदेमंद होता है।

Adductor stretch
Adductor stretch

टारगेट एरिया (प्रभावित अंग) : इस स्ट्रेचिंग Exercise करने से Abductor Muscles प्रभावित होते हैं।

लाभ : स्ट्रेच करने से Abductor Muscles में रक्त संचार अच्छा होता है और Abductor Muscles एक्टिव और मजबूत होते हैं।

पेनिस की नसों के लिए योग

जब आप अधिक सेक्स या हस्थमैथुन करते हैं, तो आपका पेनिस कमजोर हो जाता है, लेकिन फिर भी आपकी इच्छा शांत नहीं होती है। आप फिर भी सेक्स या हस्थमैथुन करते हैं, जिससे समय बीतने के साथ आपका पेनिस कमजोर होने लगता है और आपके पेनिस की नसें कमजोर पड़ जाती हैं।

यदि आप इसे ठीक करना चाहते हैं, तो आपको रोजाना योग करना होगा। इसके साथ ही आपको भ्रमयचर्य का पालन करना होगा। ऐसा लगभग 30 दिन तक करने से आपको असर दिखने लगेगा। तो पहले जानते हैं कि ऐसे कौन-कौन से योगाभ्यास हैं, जिससे पेनिस की नसों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।

जानु शीर्षासन

जानु शीर्षासन सीधे रूप से पेनिस को मजबूत नहीं बनाता है। नियमित रूप से अभ्यास करने पर, यह पेट और पैरों के माँसपेशियों में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। जब पेनिस के आसपास के अंगों में रक्त प्रवाह अच्छा होता है, तो पेनिस से संबंधित समस्याओं में भी सुधार होता है।

Janu sirsasana
Janu sirsasana

जानु शीर्षासन करने की विधि

  1. मैट पर बैठें, पैर फैलाएं।
  2. दाहिने पैर को मोड़कर बायीं जांघ से सटाएं।
  3. बाएं पैर को सीधा रखें, पीठ सीधी रखें।
  4. सांस लेते हुए हाथ ऊपर उठाएं।
  5. सांस छोड़ते हुए, दाहिने हाथ से बाएं पैर का अंगूठा पकड़ें।
  6. बाएं हाथ को ऊपर उठाएं।
  7. सांस लेते हुए, सिर को बाएं घुटने की ओर झुकाएं।
  8. सांस छोड़ते हुए, सिर को बाएं घुटने से छुआने का प्रयास करें।
  9. कुछ सेकंड रुकें।
  10. सांस लेते हुए, सिर को ऊपर उठाएं।
  11. सांस छोड़ते हुए, हाथों को नीचे लाएं।
  12. दूसरे पैर से भी योगासन दोहराएं।

उत्तानपादासन

यह पेनिस की नसों के लिए उत्तम योग है। इस योगाभ्यास को करने से पेट, जांघ, नाभि और हिप्स की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसके लगातार अभ्यास से इन सभी क्षेत्रों में रक्त संचार बेहतर होता है। रक्त के अच्छे प्रवाह से पेनिस में भी सुधार होता है और एक बार इरेक्शन होने पर यह काफी देर तक सख्त रहता है।

uttan padasana
Uttan Padasana

इस योग के अभ्यास से रक्त संचार बेहतर होता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है, और तनाव कम करता है, जो पेनिस को अप्रत्यक्ष रूप से ठीक करने में मदद करता है।

उत्तानपादासन करने की विधि

  1. पीठ के बल लेट जाएं।
  2. पैरों को सीधा रखें और हाथों को शरीर के बगल में रखें।
  3. आँखें बंद करें और श्वास सामान्य रखें।
  4. सांस भरते हुए, दोनों पैरों को एक साथ 90 डिग्री के कोण पर सीधा ऊपर उठाएं।
  5. जांघों को फर्श से सपाट रखें।
  6. घुटनों को मोड़ें नहीं।
  7. पेट की मांसपेशियों को कस लें।
  8. कुछ देर इस स्थिति में रहें।
  9. सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं।

धनुरासन

धनुरासन का नियमित अभ्यास पैरों, पेट और जननांगों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह शीघ्रपतन, शीघ्र स्खलन और नपुंसकता (इरेक्टाइल डिस्फंक्शन) जैसी समस्याओं को ठीक करने में भी सहायक है।

इसके निरंतर अभ्यास से अंगों में रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे क्षतिग्रस्त मांसपेशियां ठीक होती हैं और लिंग मजबूत होता है।

Dhanurasana
Dhanurasana

धनुरासन करने की विधि

  1. माथे को जमीन से सटाएँ और आँखें बंद कर लें।
  2. अब शरीर को कुछ देर आराम दें और गहरी सांस लें।
  3. एक गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों घुटनों को मोड़ें।
  4. हाथों को पीछे ले जाएँ और अपने टखनों या पैरों के पंजों को पकड़ने का प्रयास करें।
  5. जितना संभव हो सके आराम से पकड़ें।
  6. अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपने छाती और सिर को जमीन से उठाएँ।
  7. साथ ही अपने पैरों को भी ऊपर की ओर उठाएँ।
  8. इस दौरान आपके घुटने मुड़े हुए रहेंगे और पेट जमीन से ऊपर उठा हुआ होगा।
  9. आपका शरीर धनुष के आकार जैसा बनना चाहिए।
  10. इस अवस्था में कुछ देर आराम से रहें।
  11. गहरी और धीमी सांस लेते रहें।
  12. अपनी क्षमता के अनुसार 15 से 30 सेकंड तक इस स्थिति में रहने का प्रयास करें।
  13. फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएँ

पेनिस की नसों के लिए योग करने से पेनिस मजबूत होता है, क्या?

आपके मन में यह प्रश्न हो सकता है कि क्या इतने सारे योग और व्यायाम करने से क्या सही पेनिस ठीक हो सकता है? यह मुख्य रूप से कई कारकों पर निर्भर करता है।

  1. सही तरीके से योगाभ्यास करना
  2. दिनचर्या को ठीक करना
  3. पोषक तत्वों से भरपूर भोज्य पदार्थों का ग्रहण करना
  4. ब्रह्मचर्य का पालन करना
  5. दवाओं का सेवन न करना
  6. मानसिक रूप से स्वस्थ रहना

ये सभी कारक पेनिस को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। यदि आप प्रतिदिन योगाभ्यास करते हैं और आपका दिनचर्या भी ठीक है, तो आपकी पेनिस की नसें जल्दी ही ठीक होने लगेंगीं।

लेकिन यदि आप योग तो करते हैं, परन्तु आप पोषक तत्वों वाले भोज्य पदार्थों का सेवन नहीं कर रहे हैं और इसके साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन नहीं कर रहे हैं, तो आपके पेनिस की नसें मजबूत होने में बहुत समय लग सकता है, या वो कभी ठीक भी नहीं होंगीं।

क्योंकि योग करने के साथ ही पेनिस हीलिंग के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, और उसके ऊपर से आप हस्तमैथुन कर लेते हैं, जिससे आपके शरीर के सारे पोषक तत्व बाहर निकल जाते हैं, जिससे हीलिंग नहीं होती है।

इसीलिए यदि आप इन सभी योगाभ्यासों का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको ऊपर बताए गए सभी चीजों का पालन करना चाहिए।

स्टैमिना कैसे बढ़ाएं

ऊपर दिए गए योगाभ्यासों और बातों को आप अपनाकर अपने पेनिस की नसों को मजबूत बना सकते हैं, लेकिन उसके बाद एक और बाधा आएगी – स्टैमिना कम होने की।

यदि आप अपना स्टैमिना बढ़ाना चाहते हैं तो कुछ अलग करने की जरूरत नहीं है। हर दिन 30 मिनट धीरे-धीरे रनिंग करें, जिससे आपकी स्टैमिना लगभग 1 महीने में बढ़ जाएगी।

लेकिन ध्यान रखें कि जब तक आप रनिंग जारी रखेंगे, आपका स्टैमिना ठीक रहेगा, लेकिन जैसे ही आप रनिंग छोड़ देंगे, आपका स्टैमिना कम हो जाएगा।

Note : इस लेख को लिखने में बहुत मेहनत की गई है। यदि आपको इस लेख में कुछ कमी लगे तो आप हमें बता सकते हैं। यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो कमेंट और शेयर जरूर करें।

FAQ – पेनिस की नसों के लिए योग

Q1.नसों के लिए कौन सी एक्सरसाइज करें?

नसों को मजबूत बनाने के लिए कीगल, उत्तानपादासन और स्ट्रैचिंग व्यायाम अच्छे होते हैं।

Q2.योग द्वारा पेनिस में रक्त प्रवाह कैसे बढ़ाएं?

कीगल, उत्तानपादासन और स्ट्रैचिंग व्यायाम करने से रक्त प्रवाह अच्छा होता है।

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